अश्वगंधा क्या है ? ( What Is Ashwgandha)

 

अश्वगंधा एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसका नाम आपने सुना ही होगा! इसका उपयोग प्राचीनकाल से बिमारियों के उपचार के लिए होता आ रहा है। अश्वगंधा का उपयोग अनेक प्रकार की बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है। अश्वगंधा का उपयोग मोटापा घटाने के लिए , दुर्बलता कम करने के लिए, बल और वीर्य विकार को दूर करने के लिए मुख्यतः किया जाता है। अगर व्यक्ति अत्यधिक दुबला-पतला होता है तब अश्वगंधा का उपयोग करने से व्यक्ति की दुर्बलता दूर होती है और शरीर स्वस्थ्य और तंदुरस्त बनता है। अश्वगंधा के सेवन से व्यक्ति की मानसिक ताकत मजबूत होती है, जिन लोगो को शारीरिक समस्या की कमजोरी हो जाती है, उन लोगो के लिए अश्वगंधा रामबाण औषधि है। अश्वगंधा का वानस्पतिक नाम विथेनिआ सॉम्नीफेरा (Withania somnifera)है। यह दो प्रजाति की पाई जाती है , छोटी अश्वगंध और बड़ी अश्वगंध। छोटी अश्वगंध जिसकी झाड़ छोटी पर जड़ बड़ी होती है। यह राजस्थान में अत्यधिक मात्रा में पाई जाती है तथा वहा के जलवायु से प्रभावित होकर अत्यधिक फायदेमंद सिद्ध होती है, और बड़ी अश्वगंध की झाड़ बड़ी तथा जड़ पतली और छोटी होती है, यह खेत , बगीचे तथा पर्वतीय क्षेत्र में पाई जाती है। अगर आप अर्थराइटिस और डाइजेशन की समस्या से पीडित रहते हैं, तो अश्वगंधा का सेवन करने से अवश्य लाभ होता है।

यौन समस्या को जड़ से मिटाता है अश्वगंधा

अश्वगंधा के लाभ (  BENEFITS OF  ASHWGANDHA  )

कोलस्ट्रोल को कम करता है :-  अश्वगंधा बीमारियों को जड़ से खत्म करने की सहायता करता है। कोलस्ट्रोल ज्यादा बढ़ जाने से व्यक्ति को हार्ट अटैक , डायबिटीस , और  मोटापा का खतरा हो सकता है। कोलस्ट्रोल कम नहीं करने से आगे हमको बहुत सारी समस्या हो सकती है, कोलस्ट्रोल (body growth powder for female)  कम करने और हृदय की बीमारिया कम करने के लिए अश्वगंधा का सेवन करना एक आशा है। आयुर्वेदिक औषधि का प्रयोग करने से कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होती है। कोलस्ट्रोल को कम करने में अश्वगंधा आयुर्वेदिक औषधि फायदेमंद है।

नींद नहीं आने की समस्या को दूर करता है :-   मानसिक समस्या होने की वजह से अच्छे से नींद नहीं ले पाते , दिमाग में समस्या चलती रहती है। रात में करवट बदलने से भी नींद ठीक से नहीं आती , जब नींद नहीं आएगी तो आप सुबह काम भी अपना ठीक से नहीं कर पाएंगे शरीर में ताकत भी नहीं रहती है। नींद की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए अश्वगंधा का सेवन करना चाइये जिससे आप नींद से लगी सारी समस्या को मिटा सकते है।

यौन शक्ति बढ़ाता है :- यौन समस्या की परेशानी काफी लोगो को होती है जो जल्दी किसी को बता नहीं सकते ,अंदर ही अंदर घुटते रहते है। यौन समस्या की परेशानी से व्यक्ति अपनी शारीरिक जीवन में आनंद नहीं ले पाते है। यदि आपको शारीरिक समस्या में इच्छा की कमी , वीर्य की कमी , शीघ्रपतन जैसी समस्या हो रही है आप ऐसी समस्या से परेशान हो और किसी को बता नहीं पा रहे हो तो अश्वगंधा जड़ी – बूटी का उपयोग करना चाइये जो शक्तिवर्धक (Ayurvedic medicine for sex) आयुर्वेदिक औषधि है जो पुरुषो में यौन क्षमता को तंदुरस्त रखता है।    

तनाव धटता है :- व्यक्ति तनाव (चिंता) की वजह से कमजोर होते जाते है। चिंता बढ़ जाने से कोई काम में मन नहीं लगता , व्यक्ति मन की बात किसी को जल्दी बताता नहीं है। व्यक्ति को चिंता, तनाव , या मानसिक समस्या से परेशान होते है तब अश्वगंधा का सेवन करना चाइये जो आयुर्वेदिक औषधि है जो समस्या का जड़ से इलाज करता है।

अश्वगंधा की पहचान (जानिए अश्वगंधा के लाभ )

कैंसर से बचाव करता है :-  कैंसर बहुत बड़ी बीमारी है , अगर ये बीमारी पे ध्यान नहीं दिया गया तो ये बीमारी इंसान की जान लेके जाती है। अश्वगंधा औषधि में एंटी – ट्यूमर जैसे गुण होते है। जोकि ये ट्यूमर कीटाणु को उत्त्पन होने से रोकता है। अश्वगंधा कीटाणु को नस्ट करता है और नकारत्मक प्रभाव को भी जड़ से खत्म करता है। जिसकी वजह से कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है। अश्वगंधा का सेवन करने से बीमारीओ को जड़ से नस्ट करता है।

खून की कमी को दूर करता है :-  सभी मनुष्य को खून की सामान्य कमी होती है बल्कि ज्यादातर महिलाओं में खून की कमी होती है। शरीर में खून की कमी होने की वजह से व्यक्ति कमजोर , शारीरिक कमजोरी , मानसिक कमजोरी , भूख नहीं लगती , बेचैनी लगना, आदि बीमारिया होने की संभावना रहती है। रोगप्रतिकारक क्षमता कम होने की वजह से शरीर में काफी तकलीफे आती है। खून की कमी न रहे इसलिए अश्वगंधा का सेवन करने से खून बढ़ता है और खून की कमी भी दूर हो जाती है। 

चर्बी को काबू  में लाता है :-   अधिक भूख लगने पर भी ज्यादा खाने से वजन बढ़ जाता है। कहि बार खाना न खाने पर भी चर्बी और मोटापा बढ़ जाता है। ज्यादा चर्बी और मोटापा शरीर को बेड़ोड़ कर देता है शरीर का संतुलन बिगड़ जाता है। मोटापा और चर्बी ज्यादा न बढ़े इसके लिए शरीर को नियत्रित रखना चाइये, शरीर नियत्रित रहता है तो कोई भी प्रकार की बीमारी नहीं होती।  अश्वगंधा के चूर्ण का सेवन करने से शरीर मेन्टेन रहता है , भूख कम लगती है। जतदा तनाव और सोचने से भी वजन बढ़ता है जो अश्वगंधा काबू में रखता है।  

अश्वगंधा आयुर्वेदिक औषधि है जिसका उपयोग अनेक प्रकार की बीमारिया के लिए किया जाता है।

थाइरोइड को जड़ से नस्ट करता है :-  थाइरोइड की समस्या बहुत लोगो को होती है, जैसे की थाइरोइड २  प्रकार के होते है। एक थाइरोइड में इंसान पतला होता जाता है , उसका बॉडी सुकाता रहता है , खाना खाने का उनपे कोई असर नहीं पड़ता , और दूसरा मोटा होता जाता है, जिनका बॉडी फुग्गे की तरह फूलता रहता है , वो खाना कम खाता है फिर भी बॉडी बढ़ता ही रहता है। अश्वगंधा एक ऐसी जड़ी – बूटी है जो थाइरोइड से होने वाले रोग को शरीर पे होने वाले दुष्प्रभाव को रोकती है। थाइरोइड को रोकने के लिए अश्वगंधा और तुलसी के पतों का सेवन पानी के साथ करे।  जिसकी वजह से थाइरोइड का प्रभाव शरीर के कोई भी भाग पे नहीं पड़ता।

जोड़ो के दर्द को ठीक करता है :-  अश्वगंधा में गुणकारी पोषक तत्व पाई जाते है, जो शुद्ध आयुर्वेदिक औषधि है। इसलिए अश्वगंधा केवल एक बीमारी का इलाज नहीं करता बल्कि अश्वगंधा अनेक बीमारिया का इलाज करता है। जोड़ो के दर्द की वजह से हमको उठने , बैठने में काफी तकलीफे होती है। जोड़ो की बीमारी काफी लोगो को होती है पर उसको गंभीरता से लेना जरुरी है, हम जानते है की कोई भी व्यक्ति को शरीर के कोई भी भाग में दर्द होता है वो कोई भी कार्य ठीक से नहीं कर पता , उनका कोई भी काम करने का मन नहीं लगता, क्योकि दर्द की वजह से मानसिक संतुलन नहीं रहता। 








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